शुक्रवार 14 मार्च 2025 - 05:24
गुस्से और अक़्ल के दरमियान राब्ता

हौज़ा / हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में गुस्से और अक़्ल के दरमियान राब्ते को बयांन किया है

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "अलकाफी" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

:قال الامام الصادق علیه السلام

مَن لَم يَملِكْ غَضَبَهُ لَم يَملِكْ عَقلَهُ

हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम ने फ़रमाया:

जो अपने गुस्से का मालिक ना हो, वह अपनी अक़्ल का मालिक भी नहीं होता।

अल काफी, भाग 2, पेज 305, हदीस नं 13

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